टाटा स्टील प्रोसेसिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीएसपीडीएल) कंपनी के बाटा-हार्डवेयर रोड स्थित प्लांट में घुसकर पांच साल पहले सीनियर मैनेजर अरिंदम पाल की गोली मारकर हत्या करने के दोषी पूर्व एक्जीक्यूटिव विश्वास पांडेय को जिला एवं सत्र न्यायाधीश वाईएस राठौर की अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही अदालत ने दोषी पर 20 हजार रुपये का जुर्माना भी किया है।
यह वारदात नौ नवंबर 2018 को हुई थी। सीनियर मैनेजर अरिंदम पाल (36 वर्ष) मूलरूप से कोलकाता के रहने वाले थे और यहां सैनिक कालोनी में परिवार सहित रहते थे, वहीं दोषी विश्वास पांडेय मूलरूप से इलाहाबाद (अब प्रयागराज) यूपी का रहने वाला है। विश्वास पांडेय इस प्लांट में एक्जीक्यूटिव के पद पर काम करता था। उसके खराब व्यवहार के चलते कंपनी ने विभागीय जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट सीनियर मैनेजर अरिंदम पाल ने तैयार की थी।
इस पर विश्वास पांडेय को नौकरी से निकाल दिया गया था। इसका बदला लेने के लिए उसने सीनियर मैनेजर की गोली मार कर हत्या कर दी थी। वारदात के दो दिन बाद क्राइम ब्रांच ने विश्वास पांडेय को गिरफ्तार कर लिया था। तभी से यह मामला अदालत में विचाराधीन था, अदालत ने सोमवार को विश्वास को दोषी करार दिया था। पिस्टल की फारेंसिक रिपोर्ट और प्लांट के कर्मचारियों की गवाही इस मामले में अहम साबित हुई।
मामले की जांच इंस्पेक्टर विमल कुमार ने की थी। विश्वास को सिंगापुर की एक मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पद पर नौकरी मिल गई थी। उसने सिंगापुर जाने से पहले बदला लेने की साजिश रच डाली। विश्वास को 11 नवंबर से 15 नवंबर 2018 के बीच सिंगापुर स्थित कंपनी में नौकरी ज्वाइन करनी थी। हत्या के बाद वह चंडीगढ़ स्थित आरएमआर नाम की वीजा कंपनी से अपना वीजा लेने के लिए निकला था। रास्ते में क्राइम ब्रांच ने उसे दबोच लिया था।